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बुधवार, 20 दिसंबर 2023

16वी विधानसभा के पहले दिन सदन में गुंजायमान हुई राजस्थानी भाषा


16वी विधानसभा के पहले दिन सदन में गुंजायमान हुई राजस्थानी भाषा

राजस्थान कि 16वीं विधानसभा के आज पहले दिन ही विधायकों द्वारा शपथ ग्रहण के वक्त  मायड़ भाषा राजस्थानी में शपथ  को लेकर मुद्दा गुंजायमान हुआ। लगभग आठ से अधिक विधायकों ने राजस्थानी में शपथ लेने का सभापति महोदय को आग्रह किया व अपने अपने तर्क प्रस्तुत किये l

दो विद्यायक अंशुमान सिंह भाटी, कोलायत व रविन्द्र सिंह भाटी, शिव ने एक बार तो अनसुनी करते जबरदस्ती राजस्थानी  में शपथ  पढ़ी, जिन्हे अध्यक्ष महोदय  ने  नियमों का हवाला दे पुनः हिंदी में शपथ लेने हेतु आग्रह किया।

 अध्यक्ष महोदय ने तर्क दिया कि पूर्ववर्ती सरकार में विधानसभा अध्यक्ष ने यह व्यवस्था दे रखी है कि राजस्थानी संविधान कि 8वी अनुसूची में शामिल नहीं है इस कारण इसमें शपथ नहीं ले सकते हैं ।

इस पर पूर्व सरकार में भाजपा के चीफ व्हीप व विधायक जोगेश्वर गर्ग ने बताया कि अगर आठवीं अनुसूची कि बात हे तो मैथिली, कोंकणी व छत्तीसगढी में भी समय समय पर सदस्यो ने लोकसभा व विधानसभा में शपथ भी ली व अपनी बात भी रखी फिर राजस्थानी मै क्यों नहीं?

इस प्रकार कार्यवाहक सभापति कालीचरण सर्राफ को कांग्रेस विधायक डूंगरराम गेदर ने कहा  कि संविधान कि आठवीं अनुसूची में तो अंग्रेजी भी नहीं फिर मायड़ भाषा के साथ ये दोहरा व्यवहार क्यों ?
इसके साथ हीं अस्थाई व्यवस्था के तहत सभापति आसान पर बैठे डा.किरोड़ी लाल मीणा को विधायकों ने तर्क दे निरुत्तर कर दिया, किरोड़ी लाल जी मीणा टोंकते रहे व रविन्द्र भाटी राजस्थानी में शपथ लेते रहेl

पिछले पांच दिनों में राजस्थानी मोट्यार परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवदान सिंह जोलावास के नेतृत्व में मोट्यार परिषद पदाधिकारियों ने नव निर्वाचित विधायकों से संपर्क कर राजस्थानी में शपथ लेने व मान्यता कि बात रखने हेतु प्रेरित किया  जिसमे राजस्थानी मोट्यार परिषद के प्रदेश सहप्रवक्ता विनोद सारस्वत अग्रणी रहे ।
इस अवसर पर श्री शिवदानसिंह जोलावास ने रोष प्रकट करते हुए कहा:----
विधायक सदन में चुनकर जनता कि  आवाज़ बनने हेतु जाते हे ये हमारी संवैधानिक व्यवस्था हे फिर यदि जनता कि आवाज़ जिस भाषा में उसी में हीं तो शपथ लेंगे  तो फिर करोडो राजस्थानियों कि आवाज़ को उनकी मायड़ भाषा में उठाने से रोकना कौन सा संविधान अनुमति देता हे l
धन्य हे वो विधायक जिन्होंने राजस्थानियों कि आवाज़ को उनकी अपनी भाषा में उठाया।


डॉ शिवदान सिंह जोलावास राष्ट्रीय अध्यक्ष राजस्थानी मोट्यार परिषद् 
  (Mob. 9783730979)

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