मैं ढूंढाड की बेटी हूँ- दीया कुमारी
●वर्ष2023 का पुरस्कार लोकनाट्य ख्याल पुरोधा नारायण सिंह राठौड़ पीथल को शाल, श्रीफल, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह व 5100 रूपए की नकद राशि देकर सम्मानित किया।
जयपुर। ढूंढाड़ सांस्कृतिक क्षेत्र, संस्कार भारती, जयपुर प्रांत , राजस्थान चैम्बर आँफ काँमर्स एंड इन्डस्ट्री एवं रंगमंडप जयपुर द्वारा राजस्थान चैम्बर भवन आफ कामर्स के मोहनलाल सुखाडिया सभागार में ढूंढाड़ सांस्कृतिक क्षेत्र के प्रदीप सिंह राजावत के संयोजन में वैचारिक संगोष्ठी, कलाजै चैम्बर भवन पुरस्कार एवं संस्कार भारती के संस्थापक योगेन्द्र चंद्र बाबाकी जन्मशती वर्ष पर दैनंदिनी का विमोचन समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद दीयाकुमारी, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय संगठन मंत्री, संस्कार भारती अभिजीत गोखले, क्षेत्रीय प्रौढ़ प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कैलाश चंद्र शर्मा, राजस्थान चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डाक्टर के एल जैन ने कलाजै चैम्बर भवन पुरस्कार वर्ष2022 के लिए वरिष्ठ नाट्य गुरु नंदकिशोर पालीवाल,तथा वर्ष2023 का पुरस्कार लोकनाट्य ख्याल पुरोधा नारायण सिंह राठौड़ पीथल को शाल, श्रीफल, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह व 5100 रूपए की नकद राशि देकर सम्मानित किया।राजसमन्द की माननीय सांसद दीया कुमारी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुए समारोह की अध्यक्षता राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डाक्टर के.एल.जैन ने की।
क्षेत्रीय प्रौढ़ प्रमुख श्री कैलाश चंद्र शर्मा संस्कार भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री अभिजीत गोखले विशिष्ट अतिथि थे।
ढूंढाड़ के सांस्कृतिक अतीत का स्मरण करते हुए मुख्य अतिथि दीया कुमारी ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि वह उस समृद्ध विरासत की उत्तराधिकारी हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि उनका सदैव प्रयास रहेगा कि ढूंढाड़ की संस्कृति और अधिक व्यापक हो।दीयाकुमारी ने कहा कि उनके राजपरिवार में भी गुणीजन कारखाना कलाकारों का सम्मान किया करता था जो आगे भी जारी रहेगा, कलाकारों का सम्मान करने से उनको प्रोत्साहन मिलता है। मैं ढूढांड की बेटी हूँ।इसके सांस्कृतिक विकास के लिए भी प्रयत्नशील हूँ।
श्री अभिजीत गोखले ने सामाजिक समरसता विषय पर संघ के विचार और कार्य की अपेक्षा के विविध और व्यापक पहलुओं को रेखांकित किया।
श्री कैलाश चन्द्र शर्मा ने रामायण से संबंधित प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत किए।
अध्यक्ष डाक्टर के एल जैन ढूंढाड़ और जयपुर के सांस्कृतिक वैभव और गुणीजनखाने का स्मरण कराते हुए कहा कि चैंबर का उद्योग और वाणिज्य से सरोकार है लेकिन हमने कला जगत को सम्मान देने के लिए नई पहल करते हुए श्री नंदकिशोर पालीवाल और श्री नारायण सिंह राठौड़ पीथळ को क्रमशः 2022 और 2023के कलाजै पुरस्कार के लिए चुना है।
मुख्य अतिथि सांसद राजसमंद दीयाकुमारी ने कहा कि उनके राजपरिवार में भी गुणीजन कारखाना कलाकारों का सम्मान किया करता था जो आगे भी जारी रहेगा, कलाकारों का सम्मान करने से उनको प्रोत्साहन मिलता है। मैं ढूढांड की बेटी हूँ।इसके सांस्कृतिक विकास के लिए भी प्रयत्नशील हूँ।
इस अवसर पर जयपुर प्रांत के सह महामंत्री बनवारीलाल चेजारा द्वारा सम्पादित दैनंदिनी का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।इस अवसर पर जयपुर प्रांत की अध्यक्ष प्रोफेसर (डाँ)मधु भट्ट तैलंग की भी उपस्थित रही। वक्ता डाँ. आनंद शर्मा का विस्तृत परिचय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डाँ रवींद्र भारती ने दिया।ढूंढाडी संस्कृति में सामाजिक समरसता विषय पर डाँ आनंद शर्मा ने संबोधित कर ढूंढाड़ के अतीत से वर्तमान के सफर को रोचकता के साथ प्रस्तुत किया,आध्यात्मिक गीतकार विनय कुमार शर्मा "अंकुश" ने ढूंढाड़ संस्कृति पर स्वरचित गीत गा कर ढूढांड को साकार कर दिया।मंचासीन गणमान्य के संबोधन के पश्चात रंगमंडप के अध्यक्ष ललित सिंह तालेड़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया।डाँ मधु बजाज द्वारा प्रस्तुत कल्याण मंत्र से समापन हुआ।
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